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प्रेम गीत : भीगी भीगी बरसातों में
भीगी भीगी बरसातों में तुम ख्वाबों में छा जाते हो मैं कैसे समझाऊं तुम्हें मेरे सपनों में तुम आते हो सौंधी सौंधी माटी की खुशबू कोई तान छोड़ कर जाती है मद्धम मद्धम पुरवा पवन गीत कोई सुनाती है मैं...
View Articleकविता : तुम्हारे होने की आवाज
- नवीन रांगियाल पत्थर दुनिया की सबसे ईमानदार स्थिति नींद सबसे धोखेबाज़ सुख तुम मेरी सबसे लंबी प्रतीक्षा मैं तुम्हारी सबसे अंतिम दृष्टि मौत सबसे ठंडी लपट रात सबसे गहरा...
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