जिस दिन मैं न होऊँगी
मुझे याद करने पर अगर कभी बैचेनी हो तो हाथ लगाना मेरी किताबों को और महसूस करना मेरे दिल की धड़कन को।
View Articleप्रेम है एक मासूम अहसास
प्रेम है एक कोमल सी छुअन जो बादल सी घुमड़ती है पल-पल जो झरने सी झरती है झर-झर जो बूँदों सी बरसती है झम-झम
View Articleदिल के हालात क्या कहें
अब तुमसे जमाने की बात क्या कहें बिगड़े हुए दिल के हालात क्या कहें॥
View Articleमैं तुम्हें नहीं जानता यास्मीन
मैं तुम्हें नहीं जानता मैं नहीं जानता उसे भी यहाँ मेरी बाहरी दीवार पर जिसने लिखी थी ये इबारत, हिंग्रेजी में- यास्मीन! आई लव यू'
View Articleउसे मैं याद रहता हूँ
मुझे काबिल बहुत समझा गया मक्कार रहने तक , सुधरने पर सजाएँ दी गईं इंकार रहने तक ...
View Articleयह मानसून, तुम बिन सून
कानों में नटखट भौंरे की गुनगुन गूँज रही कोयल की धुन आँखों में अनगिन ख्वाबों को बुन रोती हूँ सुन सावनी रुनझुन ...
View Articleजब तुम चित्र से बाहर होती हो
मैंने तुम्हें कभी हिलते हुए नहीं देखा है उस वक्त भी जब तुम चित्र से बाहर होती हो बहुत ठहरी हुई सी जगह लगती है मुझे ...
View Articleहाँ पापा, मैंने प्यार किया था
मैंने तो एक अच्छी बेटी का निभाया था ना फर्ज? जो तस्वीर लाकर रख दी सामने उसी को जड़ लिया था अपने दिल की फ्रेम में।
View Articleमैंने फिर भी नहीं बताया
बादल ने पूछा आसमान परेशान हुआ, चाँद ने समझाया रूनझुन बूँदों ने सहलाया ...
View Articleबँधे हैं एक सुगंधित डोर से
सहजता से कह दिया तुमने फाल्गुनी, मैं नहीं कर सकता तुमसे प्यार क्योंकि मैं डरता हूँ तुम्हारी आँखों की उजली भोर से..!
View Articleजब-जब मानसून बरसा
मानसून नहीं बरसा है यह इसके साथ, बस बरसे हो तुम कैसे बरसता मानसून जब मेरी मन-धरा से तुम हो गए हो गुम।
View Articleख्वाबों के इस सावन को
सारे रंग ख्यालों को ए काश! कोई तस्वीर मिले ख्वाबों के इस सावन को इस बार कोई ताबीर मिले ...
View Articleतुम्हारे जाने का अहसास
सिर्फ, एक छोटा-सा पल तुम्हें लेकर आया मुझ तक, और जैसे मैंने जी लिया एक पूरा युग ...
View Articleअब गई हूँ तुमको भूल...
बीते दिन की कच्ची यादें चुभती है बन कर शूल, मत आना साथी लौटकर अब गई हूँ तुमको भूल।
View Articleतुम्हारा एक चुटकी प्यार
तुम्हारा एक चुटकी प्यार दब रहा है एक मुट्ठी गुस्से के नीचे तुम्हारी एक पल की झलक धुँधला रही है एक युग की जुदाई के पीछे
View Articleमुझे मौत का पयाम आ गया
कब जाने मोहब्बत में ये मक़ाम आ गया, ख़ुदा की जगह लब पे तेरा नाम आ गया इसको अदा कहूँ के ये एहसान है तेरा, तर्क़े वफ़ा के बाद भी सलाम आ गया ...
View Articleमैं तब भी वहाँ होता हूँ जानां!
तुम जब चलती हो घर में ; एक कमरे से दूसरे कमरे में जाते हुए, तुम जान नहीं पाती हो कि, मैं भी तो होता हूँ उन्हीं कदमों के साथ .. और जब तुम नींद में जाती हो ...
View Articleजब सोचा था तुमने मेरे बारे में
जब तोड़ा था मेरे लिए तुमने अपनी क्यारी से पीला फूल यहाँ मेरी जुल्फें लहराई थी।
View Articleसारे मंज़र देख लिए
यारों के घर देख लिए सारे मंज़र देख लिए, जो भी थे बुनियाद में शामिल वो भी पत्थर देख लिए ...
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