बस तेरी प्रतीक्षा में
आपने ना भुलाने की, हमसे कसम ले डाली थी। छोड़ कर जाना नहीं, ये बात भी उसमे डाली थी। फिर आपके भूल जाने से, जिंदगी मेरी खाली थी। छोड़ दी मैंने उसे, क्यों करनी उसकी रखवाली थी।
View Articleतुम याद हमें भी कर लेना
जब झूम के उट्ठे सावन तो, तुम याद हमें भी कर लेना जब टूट के बरसे बादल तो, तुम याद हमें भी कर लेना ...
View Articleआँसुओं के पतझर में
नि:शब्द था पर एक अनुबंध था हम नहीं बिछड़ेंगे कभी आँसुओं के पतझर में सुंदर स्मृतियों से भरकर ...
View Articleप्यार तुम्हारा खुशबू बनकर
प्यार तुम्हारा शबनम बनकर डाली-डाली छिटका है, प्यार तुम्हारा रेशम बनकर मेरे मन पर अटका है ...
View Articleयादों की कोमल तितली
बस, एक कोई बात तुम कहते हो यूँ ही और देर तक मेरे मन के आँगन में खेलती है तुम्हारी यादों की कोमल तितली ...
View Articleउजला उमंग भरा प्यार
प्यार, प्रेम मोहब्बत कहने को कितने हैं शब्द और क्यों, महसूसने को कुछ भी नहीं।
View Articleकाश, तुम आ जाते
दिन भर की तपी हुई छत मुझ पर बरसती रही टप-टप तुम्हारी गीली यादें, काश, तुम आ जाते।
View Articleचाँद बेवफा नहीं होता
चाँद नहीं कहता तब भी मैं याद करती तुम्हें चाँद नहीं सोता तब भी मैं जागती तुम्हारे लिए ...
View Articleसिर्फ एक बार करना याद
जब हर शब्द केवल वेदना दे हर गीत उदास लगे तब सिर्फ एक बार पुकारना मेरा नाम जब तपती दोपहर चुभने लगे मुस्कान फीकी पड़ने लगे
View Articleरातों में आवाज दिया न करो
यूँ वक्त-बेवक्त तुम दस्तक दिल पर दिया न करो दीये उम्मीदों के जलाकर रातों में आवाज दिया न करो। यूँ तो बातें बहुत तुम्हें आती हैं पर बातें दिल की तुमसे कही नहीं जाती हैं नजरों को भी बोलने दो कभी सदा...
View Articleअब कोई नहीं है संग
इस गर्मी में मत फूलना दमकते अमलतास मेरे मन के कच्चे आंगन में कि मैं नहीं करती अब किसी को याद, चंपा, तुम मत झरना मेरे आंचल के पास, मैं नहीं फैलाऊंगी उसे तुम्हारे साये में कि नहीं महसूसती मैं अब किसी का...
View Articleक्या है प्रेम
शांत झील में फेंके कंकर से उठती जल-तरंगें हैं प्रेम। जो कर देती हैं शांत झील को अशांत। या फिर तितली से उड़ते,नाचते, रफ्तार भरे जीवन को शांत, सलज्ज बना दे वह है प्रेम।
View Articleजहां चूमा था तुमने मुझे
खिले थे गुलाबी, नीले, हरे और जामुनी फूल हर उस जगह जहां छुआ था तुमने मुझे, महक उठी थी केसर जहां चूमा था तुमने मुझे,
View Articleप्रेम-नगर
मधुर-मधुर मुस्कान है बिखरी, गोरी कुछ ज्यादा ही निखरी, सोच-सोचकर बहका भंवरा, महक आज क्यूं ज्यादा बिखरी। शायद साजन आए होंगे, प्रेम तराने गाए होंगे, हो सकता है कस्तूरी को, अपने अंदर पाए होंगे।
View Articleप्रेम-गीत : एक झलक मैं उनकी पाऊं
यही ललक है, युगों-युगों से, एक झलक मैं उनकी पाऊं, भवबंधन कट जाएं सारे, मुक्त गगन से, मैं मिल जाऊं। पलक झपक न जाए कहीं ये, जब साजन का आना हो, खनक न जाए कहीं ये पायल, छुप-छुपकर जब जाना हो,
View Articleप्रेम कविता : तुम खास हो
तुम मेरी मधु वीणा के तार हो मेरे मृदु हाथों का स्पर्श तुम जो भी हो दुनिया की नज़र में मेरे लिए खास, बस खास हो एक आम इंसान नहीं हो मेरे लिए खास हो...
View Articleप्रेम गीत : एहसास
अगर मेरे गम का..... एहसास होता, कभी गम न देते, मेरे संग होते...... अश्कों में मेरे, तुम डूब जाते, मुझको यकीं है, मेरे संग रोते........... अगर मेरे गम का एहसास होता, कभी गम न देते, मेरे संग होते......
View Articleयादों की कोमल तितली
बस, एक हँसी तुम्हारी खिल उठती है होठों पर और देर तक ठहरी रहती है मेरे गालों पर गुलाल की एक नाजुक परत।
View Articleयादों की बारीक किरचें
दिल की कोमल धरा पर धंसी हुई है तुम्हारी यादों की किरचें और रिस रहा है उनसे बीते वक्त का लहू, कितना शहद था वह वक्त जो आज तुम्हारी बेवफाई से रक्त-सा लग रहा है।
View Articleतुम्हारे लबों पर मेरा नाम
तुम्हारे लबों पर जब आया मेरा नाम बेइंतहा खूबसूरत हो गया, फिर जब तुमने पुकारा मुझे तो मुझे खुद से प्यार हो गया, तुमने छुआ था बस अंगुलियों को और संदली हो गई मेरी देह-गंध, तुम्हारी आंखों से झरा था शायद वह...
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