मैं गीतों का राजकुमार, तुम गजलों की शहजादी। यह तो बताओ हम दोनों का, मधुर मिलन कैसे होगा, अब संगम कैसे होगा। मैं भौंरे का अल्हड़पन
तुम बेला की खुशबू प्यारी...
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